पुनर्जागरण का शाब्दिक अर्थ होता है पुन:जागना। पुनर्जागरण के कारन यूरोप में कला, साहित्य, राजनीति, समाज,अर्थव्यवस्था, धर्म में एक नई प्रकार की सोच या मनोदशा का विकास हुआ। पुनर्जागरण के कारण: धर्मयुद्ध: पश्चिमी यूरोपीय राष्ट्र एवं अरबों के बीच जेरूसलम पर अधिकार को लेकर युद्ध हुए। इन युद्धों के कारण यूरोपीय श्रेष्ठता या धार्मिक श्रेष्ठता …
चित्रकला – पुनर्जागरण काल में सबसे अधिक विकास चित्रकला के क्षेत्र में हुआ। जियटो चित्रकला का जन्मदाता 14वीं शताब्दी, परम्परागत बाइजेन्टाइन शैली से हटकर मानव व प्रकृति पर चित्र बनाये। …
क्लॉड मोने (1840–1926) ने नोर्मंडी के मशहूर रुआं कथीड्रल की तीस से ज़्यादा
पेंटिंग बनाईं. आज की तारीख में ये पेंटिंग टोक्यो से लेकर लॉस एंजेलिस तक,
दुनियाभ...
जिन लोगों को इटली के सिस्टाइन चैपल (गिरजाघर) में जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है वे उसकी भीतरी छत पर अंकित कलाकृतियों को देखकर दांतों तले उंगली दबा लेते हैं. बाइबिल में वर्णित सृष्टि की पूरी कथा वहां पर चित्रों में अंकित है. 'क्रियेशन ऑफ़ एडम' चित्र विश्व के अत्यंत प्रसिद्द चित्रों में गिना जाता…
पुनर्जागरण का शाब्दिक अर्थ होता है पुन:जागना। पुनर्जागरण के कारन यूरोप में कला, साहित्य, राजनीति, समाज,अर्थव्यवस्था, धर्म में एक नई प्रकार की सोच या मनोदशा का विकास हुआ। पुनर्जागरण के कारण: धर्मयुद्ध: पश्चिमी यूरोपीय राष्ट्र एवं अरबों के बीच जेरूसलम पर अधिकार को लेकर युद्ध हुए। इन युद्धों के कारण यूरोपीय श्रेष्ठता या धार्मिक श्रेष्ठता …
चित्रकला – पुनर्जागरण काल में सबसे अधिक विकास चित्रकला के क्षेत्र में हुआ। जियटो चित्रकला का जन्मदाता 14वीं शताब्दी, परम्परागत बाइजेन्टाइन शैली से हटकर मानव व प्रकृति पर चित्र बनाये। …
क्लॉड मोने (1840–1926) ने नोर्मंडी के मशहूर रुआं कथीड्रल की तीस से ज़्यादा
पेंटिंग बनाईं. आज की तारीख में ये पेंटिंग टोक्यो से लेकर लॉस एंजेलिस तक,
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जिन लोगों को इटली के सिस्टाइन चैपल (गिरजाघर) में जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है वे उसकी भीतरी छत पर अंकित कलाकृतियों को देखकर दांतों तले उंगली दबा लेते हैं. बाइबिल में वर्णित सृष्टि की पूरी कथा वहां पर चित्रों में अंकित है. 'क्रियेशन ऑफ़ एडम' चित्र विश्व के अत्यंत प्रसिद्द चित्रों में गिना जाता…