इसे दुनिया के सबसे पुरानी जीवित शिल्पकलाओं में से एक माना जाता है। बुनाई में एक सुनियोजित पैटर्न में दो धागों, ताने (खड़ा) और बाने (आड़ा) का संयोजन होता है। इन पैटर्न और धागों के संयोजन से विविध प्रकार के कपड़े बनाए जाते हैं।
अब माग्मांग टाऊनशिप की अधिकांश महिलाएं बांस बुनाई हस्तशिल्प पर महारत हासिल कर चुकी हैं। लेकिन परम्परागत बांस बुनाई वस्तुओं का आकार प्रकार कम ही नहीं, शिल्पकला भी साधारण है।
वाराणसी प्राचीन काल से बेहतरीन हस्तशिल्पों के लिए एक प्रमुख केन्द्र के रूप में विख्यात है । शहर का सबसे प्रसिद्ध शिल्प सिल्क बुनाई है. स्थानीय शिल्पकार द्वारा उत्पादित ‘बनारसी साड़ी’ केवल भारत में ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में सबसे पसंदीदा वस्त्रों में से एक है।
अब माग्मांग टाऊनशिप की अधिकांश महिलाएं बांस बुनाई हस्तशिल्प पर महारत हासिल कर चुकी हैं। लेकिन परम्परागत बांस बुनाई वस्तुओं का आकार प्रकार कम ही नहीं, शिल्पकला भी साधारण है।
वाराणसी प्राचीन काल से बेहतरीन हस्तशिल्पों के लिए एक प्रमुख केन्द्र के रूप में विख्यात है । शहर का सबसे प्रसिद्ध शिल्प सिल्क बुनाई है. स्थानीय शिल्पकार द्वारा उत्पादित ‘बनारसी साड़ी’ केवल भारत में ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में सबसे पसंदीदा वस्त्रों में से एक है।