इन दिनों फैशन कपड़ों से कहीं ज़्यादा हो गया है; पूरे पहनावे को नया रूप देने के लिए उपसाधनों (एक्सेसरीज़) का उपयोग किया जाता है। जैसे-जैसे खर्च करने की क्षमता बढ़ रही है, वैसे-वैसे ज़्यादा लोग उपसधनों पर खर्च कर रहे हैं। हालांकि एक्सेसरीज़ महिलाओं के लिए खरीदारी का अधिक लोकप्रिय विकल्प है, पुरुष भी धूप का चश्मा, पर्स, जूते आदि खरीदने में पीछे नहीं हैं। इसके बहुमुखी उपयोग के कारण, उपसाधन डिज़ाइनिंग एक टिकने वाला विषय है।
विश्व में भारत हीरा कटाई तथा पॉलिश करने का सबसे बड़ा केंद्र है। दुनिया के 90 फीसद भारत में ही तराशे जाते हैं। आज के समय में महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी आभूषण पहनना पसंद करने लगे हैं।
आज अगर आभूषणों की बात की जाए तो सबसे पहले भारत देश का नाम आता है। भारतीय आभूषण संपूर्ण विश्व में सर्वोच्च स्थान रखते हैं क्योंकि भारतीय लोगों का आभूषणों के प्रति विशेष लगाव है।
आज चाहे किसी पार्टी में जाना हो या फिर ऑफिस, हर जगह को ध्यान में रखकर ज्वैलरी का चयन किया जाता है और हर जगह के अनुरूप ज्वैलरी को डिजाइन करने का काम करते हैं ज्वैलरी डिजाइनर।
विश्व में भारत हीरा कटाई तथा पॉलिश करने का सबसे बड़ा केंद्र है। दुनिया के 90 फीसद भारत में ही तराशे जाते हैं। आज के समय में महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी आभूषण पहनना पसंद करने लगे हैं।
आज अगर आभूषणों की बात की जाए तो सबसे पहले भारत देश का नाम आता है। भारतीय आभूषण संपूर्ण विश्व में सर्वोच्च स्थान रखते हैं क्योंकि भारतीय लोगों का आभूषणों के प्रति विशेष लगाव है।
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