त्योहार महाराष्ट्र के लोगों के सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन का एक अनिवार्य अंश हैं। वे अनेक प्रकार के कृषि सम्बंधी, धार्मिक और सामाजिक-सांस्कृतिक उत्सव मनाते हैं।
महाराष्ट्र के त्यौहार राज्य की संस्कृति और परंपरा का एक सच्चा प्रतिबिंब हैं और इसके सभी बहुरंगी रीति-रिवाज हैं। महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है जहाँ एक सहस्त्राब्दी की संस्कृति असंख्य दानों की टेपेस्ट्री बुनती है। महाराष्ट्र के लोगों के लिए जिन्हें बहुत जीवंत स्वभाव माना जाता ह
गणेश चतुर्थी वैसे तो पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन महाराष्ट्र में इस त्योहार का एक अलग ही महत्व है. गणेश चतुर्थी से शुरू होकर अनन्त चतुर्दशी (अनंत चौदस) तक चलने वाला 10 दिवसीय गणेशोत्सव मनाया जाता है.
महाराष्ट्र एक बड़ा राज्य है, यह कई त्यौहार मनाए जाते है। गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र में सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। साथ ही ईद, होली, दीवाली कोजागिरी पूरिमा या अश्विन पौर्णिमा, वाट पौर्णिमा, शिवाजी महाराज जयंती और पालखी महोत्सव महाराष्ट्र के कुछ महत्वपूर्ण त्योहार हैं।
पोंगल (तमिळ - பொங்கல்) तमिल हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह प्रति वर्ष १४-१५ जनवरी को मनाया जाता है। इसकी तुलना नवान्न से की जा सकती है जो फसल की कटाई का उत्सव होता है (शस्योत्सव)। पोंगल का तमिल में अर्थ उफान या विप्लव होता है।
जैन समाज कई त्योहार मनाती है।इनके प्रमुख उत्सव तो अनाधिनिधन (जिसकी ना ही शुरुआत हो और ना ही अंत) होते हैं।पर कुछ पर्व तीर्थंकर,जिनवाणी और गुरुओं के होते हैं।
महाराष्ट्र के त्यौहार राज्य की संस्कृति और परंपरा का एक सच्चा प्रतिबिंब हैं और इसके सभी बहुरंगी रीति-रिवाज हैं। महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है जहाँ एक सहस्त्राब्दी की संस्कृति असंख्य दानों की टेपेस्ट्री बुनती है। महाराष्ट्र के लोगों के लिए जिन्हें बहुत जीवंत स्वभाव माना जाता ह
गणेश चतुर्थी वैसे तो पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन महाराष्ट्र में इस त्योहार का एक अलग ही महत्व है. गणेश चतुर्थी से शुरू होकर अनन्त चतुर्दशी (अनंत चौदस) तक चलने वाला 10 दिवसीय गणेशोत्सव मनाया जाता है.
महाराष्ट्र एक बड़ा राज्य है, यह कई त्यौहार मनाए जाते है। गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र में सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। साथ ही ईद, होली, दीवाली कोजागिरी पूरिमा या अश्विन पौर्णिमा, वाट पौर्णिमा, शिवाजी महाराज जयंती और पालखी महोत्सव महाराष्ट्र के कुछ महत्वपूर्ण त्योहार हैं।
पोंगल (तमिळ - பொங்கல்) तमिल हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह प्रति वर्ष १४-१५ जनवरी को मनाया जाता है। इसकी तुलना नवान्न से की जा सकती है जो फसल की कटाई का उत्सव होता है (शस्योत्सव)। पोंगल का तमिल में अर्थ उफान या विप्लव होता है।
जैन समाज कई त्योहार मनाती है।इनके प्रमुख उत्सव तो अनाधिनिधन (जिसकी ना ही शुरुआत हो और ना ही अंत) होते हैं।पर कुछ पर्व तीर्थंकर,जिनवाणी और गुरुओं के होते हैं।