काव्य रूप कविता की विभिन्न शैलियाँ हैं जो लय, छंद, तुकबंदी की योजना और यहां तक कि विषय के बारे में विशिष्ट नियमों का पालन करती हैं। सॉनेट, हाइकु और सेस्टिनास काव्य रूपों के उदाहरण हैं।
कवि प्रकृति के बेहद करीब होते हैं, वहां के स्वाभाविक वातावरण में उनके मन से भी कई उद्गार निकलते हैं। छायावादी युग के कवियों ने तो अधिकर प्रकृति के सौंदर्य का अवलोकन करते हुए उसी पर कितनी कविताएं कह दीं।
कवि प्रकृति के बेहद करीब होते हैं, वहां के स्वाभाविक वातावरण में उनके मन से भी कई उद्गार निकलते हैं। छायावादी युग के कवियों ने तो अधिकर प्रकृति के सौंदर्य का अवलोकन करते हुए उसी पर कितनी कविताएं कह दीं।