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			          साहित्यिक समालोचना - विकिपीडिया
			           
			          साहित्य के पाठ अध्ययन, विश्लेषण, मूल्यांकन एवं अर्थ निगमन की प्रक्रिया साहित्यिक समालोचना (Literary criticism) कहलाती है। समालोचना का कार्य कृति के गुण दोष विवेचन के साथ उसका मूल्य अंकित करना है।
			            https://hi.wikipedia.org/wiki/साहित्यिक_समालोचना
			         
			       
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			          आलोचना (साहित्य) - भारतकोश, ज्ञान का हिन्दी महासागर
			           
			          आलोचना शब्द 'लुच' धातु से बना है। 'लुच' का अर्थ होता है- 'देखना'। इसीलिए किसी वस्तु या कृतिकी सम्यक् व्याख्या, उसका मूल्यांकन आदि करना ही 'आलोचना' है- "आ समंतात् लोचनम् अवलोकनम् इति आलोचनम्। समीक्षा और समालोचना शब्दों का भी यही अर्थ है।
			            https://bharatdiscovery.org/india/आलोचना_(साहित्य)
			         
			       
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			          हिंदी आलोचना विकास प्रश्नोतरी - हिंदी साहित्य चैनल
			           
			          हिंदी आलोचना विकास प्रश्नोतरी हिंदी आलोचना की पहली पुस्तक कौन सी मानी जाती है 1. नाटक 2. हिंदी में कालिदास की आलोचना 3.लेवी प्राण लेवी 4.बंग विजेता
			            https://www.hindisahity.com/हिंदी-आलोचना-विकास-प्रश्/
			         
			       
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			          हिंदी साहित्य: कहां गई आलोचना, कहां गए आलोचक I
			           
			          आलोचना जगत पर हिंदी के अध्यापकों का कब्ज़ा है लेकिन ये अध्यापक सिर्फ भाषणबाजी कर रहे हैं. दुनिया भर में अच्छी आलोचना अकादमिक संस्थानों में विकसित होती है पर हमारे विश्वविद्यालयों के हिंदी विभागों में क्या हो रहा है, ये किसी से छिपा नहीं है I
			            http://thewirehindi.com/11414/criticism-in-hindi-literature/
			         
			       
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			          हिंदी आलोचना-स्वरूप और विकास
			           
			          हिंदी की विभिन्न विधाओं की तरह आलोचना का विकास भी प्रमुख रूप से आधुनिक काल की देन है | किसी भी साहित्य के आलोचना के विकास की दो प्रमुख शर्त्तें हैं-पहली कि आलोचना रचनात्मक साहित्य से जुड़ती हो और दूसरी कि वह समकालीन साहित्य से जुडती हो I
			            https://dignifiedindia.blogspot.com/2016/11/blog-post_4.html
			         
			       
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			          हिन्दी आलोचना की वाचिक परम्परा के आचार्य हैं नामवर सिंह
			           
			          हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित आलोचक एवं वाचिक परंपरा के आचार्य नामवर सिंह का आज जन्मदिन है। साहित्य-संस्कृति और उसके सौंदर्यशास्त्र पर वह दो टूक कहते हैं - हिन्दी में साहित्यिक आलोचना का पुराना सामाजिक-...
			            https://yourstory.com/hindi/779cfc552c-namveer-singh-the-tea
			         
			       
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			          आलोचना - आलोचना क्या है? कैसे लिखे?
			           
			          आलोचना क्या है? आलोचना शब्द लुच् धातु से बना है और इस दृष्टि से इसका अर्थ है देखना।
			            https://www.mycoaching.in/2019/07/alochana.html
			         
			       
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			          हिन्दी के दस सर्वश्रेष्ठ - विकिपीडिया
			           
			          हिन्दी के दस सर्वश्रेष्ठ बीसवीं शताब्दी तक के हिन्दी साहित्यकारों एवं हिन्दी साहित्य की विभिन्न विधाओं की रचनाओं के सन्दर्भ में श्रेष्ठ आलोचकों द्वारा किये गये उल्लेखों-विवेचनों पर आधारित मुख्यतः दस-दस उत्कृष्ट साहित्यकारों या फिर साहित्यिक कृतियों का चयन है I
			            https://hi.wikipedia.org/wiki/हिन्दी_के_दस_सर्वश्रेष्ठ
			         
			       
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			          रामचन्द्र शुक्ल - विकिपीडिया
			           
			          आचार्य रामचंद्र शुक्लहिन्दी आलोचक, निबन्धकार, साहित्येतिहासकार, कोशकार, अनुवादक, कथाकार और कवि थे। उनके द्वारा लिखी गई सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण पुस्तक है हिन्दी साहित्य का इतिहास, जिसके द्वारा आज भी काल निर्धारण एवं पाठ्यक्रम निर्माण में सहायता  ली जाती है।
			            https://hi.wikipedia.org/wiki/रामचन्द्र_शुक्ल