यह स्थान हिन्दुओ के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थान है, गया का प्रेतशिला पर्वत बिहार के प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। कहा जाता है कि एक गया नाम का राक्षस था, जो मौत से लोगों को होने वाले कष्ट देखकर बहुत व्यथित हुआ I
पटना से 100 किमी उत्तर में पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच बसा राजगीर एक प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थस्थल के रूप में दुनियाभर में लोकप्रिय है। ये एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल है। ये जैन, बौद्ध और हिन्दू धर्मावलंबियों का तीर्थ है।
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 90 किमी. की दूरी पर स्थित नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर आज भी उतने ही प्रसांगिक हैं, जितना कि अपने वैभवकाल में हुआ करते थे।
यह प्राचीन दरबे में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केन्द्र था। महायान बौद्ध धर्म के इस शिक्षा-केन्द्र में हीनयान बौद्ध-धर्म के साथ ही अन्य धर्मों के तथा अनेक देशों के छात्र पढ़ते थे I
बिहार स्थित प्रसिद्ध स्थल जो अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए जाने जाते हैं। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के मामले में बिहार किसी भी राज्य को पछाड़ सकता है।
बिहार के बक्सर में राजा भोज के भग्नावशेष से लेकर मोतिहारी में जॉर्ज ऑरवेल के जन्म स्थान तक बिहार पुरातत्व विभाग ने करीब 13 पुरातत्व स्थलों को पिछले दस वर्षों के अंदर अपने दायरे में लिया है.
बिहार का मतलब ही भ्रमण करना है. ऐसे में इस राज्य में घुमक्कड़ों के लिए कई मनोहारी पर्यटन स्थल हैं जहां आ कर सैलानी सुंदरता की दुनिया में खो जाते हैं. आधुनिकता के तमाम विकल्पों के साथसाथ इतिहास के अमूल्य तोहफों से वाकिफ कराते बिहार की खूबियां जरा आप भी जानिए. I
गया, [बिहार] और झारखंड की सीमा और फल्गु नदी के तट पर बसा भारत के बिहार राज्य का दूसरा सबसे बडा शहर है ।[1] वैदिक कीकट प्रदेश के धर्मारण्य क्षेत्र मे स्थापित नगरी है गया। वाराणसी की तरह गया की प्रसिद्धि मुख्य रूप से एक धार्मिक नगरी के रूप में है।
यह स्थान हिन्दुओ के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थान है, गया का प्रेतशिला पर्वत बिहार के प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। कहा जाता है कि एक गया नाम का राक्षस था, जो मौत से लोगों को होने वाले कष्ट देखकर बहुत व्यथित हुआ I
पटना से 100 किमी उत्तर में पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच बसा राजगीर एक प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थस्थल के रूप में दुनियाभर में लोकप्रिय है। ये एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल है। ये जैन, बौद्ध और हिन्दू धर्मावलंबियों का तीर्थ है।
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 90 किमी. की दूरी पर स्थित नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर आज भी उतने ही प्रसांगिक हैं, जितना कि अपने वैभवकाल में हुआ करते थे।
यह प्राचीन दरबे में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केन्द्र था। महायान बौद्ध धर्म के इस शिक्षा-केन्द्र में हीनयान बौद्ध-धर्म के साथ ही अन्य धर्मों के तथा अनेक देशों के छात्र पढ़ते थे I
बिहार स्थित प्रसिद्ध स्थल जो अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए जाने जाते हैं। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के मामले में बिहार किसी भी राज्य को पछाड़ सकता है।
बिहार के बक्सर में राजा भोज के भग्नावशेष से लेकर मोतिहारी में जॉर्ज ऑरवेल के जन्म स्थान तक बिहार पुरातत्व विभाग ने करीब 13 पुरातत्व स्थलों को पिछले दस वर्षों के अंदर अपने दायरे में लिया है.
बिहार का मतलब ही भ्रमण करना है. ऐसे में इस राज्य में घुमक्कड़ों के लिए कई मनोहारी पर्यटन स्थल हैं जहां आ कर सैलानी सुंदरता की दुनिया में खो जाते हैं. आधुनिकता के तमाम विकल्पों के साथसाथ इतिहास के अमूल्य तोहफों से वाकिफ कराते बिहार की खूबियां जरा आप भी जानिए. I
गया, [बिहार] और झारखंड की सीमा और फल्गु नदी के तट पर बसा भारत के बिहार राज्य का दूसरा सबसे बडा शहर है ।[1] वैदिक कीकट प्रदेश के धर्मारण्य क्षेत्र मे स्थापित नगरी है गया। वाराणसी की तरह गया की प्रसिद्धि मुख्य रूप से एक धार्मिक नगरी के रूप में है।