मध्य प्रदेश भारत के ठीक मध्य में स्थित है। अधिकतर पठारी हिस्से में बसे मध्यप्रदेश में विन्ध्य और सतपुड़ा की पर्वत श्रृखंलाएं इस प्रदेश को रमणीय बनाती हैं। ये पर्वत श्रृखंलाएं हैं कई नदियों के उद्गम स्थलों को जन्म देती है I
अपनी सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधता, आतिथ्य की परंपरा और प्रकृति के शानदार दृश्य के साथ, MADHYA PRADESH देश के हर आयाम से पर्यटकों के लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहा है।
बुंदेला राजवंश के अद्भुत वास्तुशिल्प को प्रदर्शित करने वाली, मध्यप्रदेश स्थित ‘‘ओरछा की ऐतिहासिक धरोहरों’’ को संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन यूनेस्को की धरोहरों की अस्थायी सूची में शामिल किया गया है I
इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है। जो सरावती नदी और खान नदी के तट पर स्थित है। इंदौर को मध्य प्रदेश राज्य में सबसे नियोजित शहर माना जाता है। यह शहर इतिहास और वास्तुकला में अहम है। इंदौर की भूमि को मध्य प्रदेश की ‘वाणिज्यिक राजधानी’ भी कहा जाता है।
प्रतिवर्ष ही रामभक्त हनुमान की जयंती देशभर में उल्लास के साथ मनाई जाती है। चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को यह पर्व बड़े ही उत्साह व धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
मंदिर का निर्माण इंदौर के महाराजा शिवाजीराव होलकर ने 1760 में कराया था Iयहां देवी के नौ स्वरूप विद्यमान हैं। किसी जमाने में काले हिरणों का जंगल होने के कारण तंत्र-मंत्र और सिद्धि के लिए इस मंदिर की खास पहचान रही है। पूर्व में माता ओटले पर विराजित थीं।
अपनी उज्जैन की छुट्टी का बेहतरीन प्लान बनायें। उज्जैन के टॉप दर्शनीय स्थल और घूमने की जगहों के बारे में पढ़ें। देखें बेहतरीन वीडियो, फोटो और खूबसूरत तस्वीरें। पढ़ें भारतीय पर्यटकों की समीक्षा। टूर पैकेज भी बुक करें।
उज्जैन के महाकालेश्वर की मान्यता भारत के प्रमुख बारह ज्योतिर्लिंगों में है। महाकालेश्वर मंदिर का माहात्म्य विभिन्न पुराणों में विस्तृत रूप से वर्णित है। महाकवि तुलसीदास से लेकर संस्कृत साहित्य के अनेक प्रसिध्द कवियों ने इस मंदिर का वर्णन किया है।
मध्य प्रदेश भारत के ठीक मध्य में स्थित है। अधिकतर पठारी हिस्से में बसे मध्यप्रदेश में विन्ध्य और सतपुड़ा की पर्वत श्रृखंलाएं इस प्रदेश को रमणीय बनाती हैं। ये पर्वत श्रृखंलाएं हैं कई नदियों के उद्गम स्थलों को जन्म देती है I
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इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है। जो सरावती नदी और खान नदी के तट पर स्थित है। इंदौर को मध्य प्रदेश राज्य में सबसे नियोजित शहर माना जाता है। यह शहर इतिहास और वास्तुकला में अहम है। इंदौर की भूमि को मध्य प्रदेश की ‘वाणिज्यिक राजधानी’ भी कहा जाता है।
प्रतिवर्ष ही रामभक्त हनुमान की जयंती देशभर में उल्लास के साथ मनाई जाती है। चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को यह पर्व बड़े ही उत्साह व धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
मंदिर का निर्माण इंदौर के महाराजा शिवाजीराव होलकर ने 1760 में कराया था Iयहां देवी के नौ स्वरूप विद्यमान हैं। किसी जमाने में काले हिरणों का जंगल होने के कारण तंत्र-मंत्र और सिद्धि के लिए इस मंदिर की खास पहचान रही है। पूर्व में माता ओटले पर विराजित थीं।
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