गुजरात में समुद्र तटों, किलों, महलों, मंदिरों और ऐतिहासिक स्मारकों और संरचनाओं जैसे दर्शनीय स्थल हैं, ताकि गुजरात जाने वाले पर्यटक संजोयी हुई यादों के साथ वापस जाएं
गुजरात पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा जो अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भी है, पाकिस्तान से लगी है। राजस्थान और मध्य प्रदेश इसके क्रमशः उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित राज्य हैं। महाराष्ट्र इसके दक्षिण में है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बाद गुजरात में अब महात्मा गांधी के ऐतिहासिक नमक सत्याग्रह की स्मृति में राष्ट्रीय नमक सत्याग्रह स्मारक बनाया गया है। यह स्मारक गांधीजी के क्षेत्र में ही 110 करोड़ की लागत से 15 एकड़ भूमि में तैयार कराया गया है।
पश्चिमी भारतीय, गुजरात, प्रकृति और इतिहास के घर बनाने के लिए संस्कृति, विरासत और प्रकृति मिश्रण एक साथ। पर्यटकों की सांस्कृतिक निवास, गुजरात की ताकत इसकी विविधता और आकर्षक जीवन शैली में निहित है।
सोमनाथ द्वारका हिंदुओं के लिए विशेष रूप से गुजरात में सबसे लोकप्रिय तीर्थ स् थान है। इस द्वारका सोमनाथ पैकेज आम तौर पर बहुत अच्छी तरह से ट्रेन, एयर (उड़ान) द्वारा और साथ ही सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है जो अहमदाबाद से शुरू होता है।
भारत में कई महल व किलों के अस्तित्व में होने की मुख्य वजह है, भारत में प्रांतीय राज का होना। कुछ किलों और महलों की रचनाएँ तो समय को चुनौती दे आज भी शान से खड़ी हैं और कुछ समय के साथ ध्वस्त होती जा रही हैं
वर्षो पूर्व रजवाड़ों-नवाबों ने सौराष्ट्र (गुजरात) की धरती पर अनेक भव्य महलों का निर्माण करवाया। अद्भुत सौंदर्य कला से पूर्ण इन महलों की भव्यता आज भी बरकरार है। सौराष्ट्र के राजकोट शहर से लगभग 14 किमी की दूरी पर स्थित एक ऐसा ही एक किला है।
लखपत कोरी क्रीक के मुहाने पर स्थित गुजरात राज्य के कच्छ जिले में एक कम आबादी वाला शहर और उप जिला है। शहर 7 कि.मी. लंबे 18 वीं सदी की किले की दीवारों से घिरा हुआ है।
गुजरात पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा जो अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भी है, पाकिस्तान से लगी है। राजस्थान और मध्य प्रदेश इसके क्रमशः उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित राज्य हैं। महाराष्ट्र इसके दक्षिण में है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बाद गुजरात में अब महात्मा गांधी के ऐतिहासिक नमक सत्याग्रह की स्मृति में राष्ट्रीय नमक सत्याग्रह स्मारक बनाया गया है। यह स्मारक गांधीजी के क्षेत्र में ही 110 करोड़ की लागत से 15 एकड़ भूमि में तैयार कराया गया है।
पश्चिमी भारतीय, गुजरात, प्रकृति और इतिहास के घर बनाने के लिए संस्कृति, विरासत और प्रकृति मिश्रण एक साथ। पर्यटकों की सांस्कृतिक निवास, गुजरात की ताकत इसकी विविधता और आकर्षक जीवन शैली में निहित है।
सोमनाथ द्वारका हिंदुओं के लिए विशेष रूप से गुजरात में सबसे लोकप्रिय तीर्थ स् थान है। इस द्वारका सोमनाथ पैकेज आम तौर पर बहुत अच्छी तरह से ट्रेन, एयर (उड़ान) द्वारा और साथ ही सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है जो अहमदाबाद से शुरू होता है।
भारत में कई महल व किलों के अस्तित्व में होने की मुख्य वजह है, भारत में प्रांतीय राज का होना। कुछ किलों और महलों की रचनाएँ तो समय को चुनौती दे आज भी शान से खड़ी हैं और कुछ समय के साथ ध्वस्त होती जा रही हैं
वर्षो पूर्व रजवाड़ों-नवाबों ने सौराष्ट्र (गुजरात) की धरती पर अनेक भव्य महलों का निर्माण करवाया। अद्भुत सौंदर्य कला से पूर्ण इन महलों की भव्यता आज भी बरकरार है। सौराष्ट्र के राजकोट शहर से लगभग 14 किमी की दूरी पर स्थित एक ऐसा ही एक किला है।
लखपत कोरी क्रीक के मुहाने पर स्थित गुजरात राज्य के कच्छ जिले में एक कम आबादी वाला शहर और उप जिला है। शहर 7 कि.मी. लंबे 18 वीं सदी की किले की दीवारों से घिरा हुआ है।