दक्षिणी भारत शानदार स्मारकों का गढ़ है, जो युगों से अपना अथापत्य बनाये हुए हैं। दक्षिण भारतीय स्मारकों की वास्तुकला लुभावनी, सुंदर और भव्य है। द्रविड़ियन वास्तुकला से लेकर विजयनगर स्थापत्य शैली तक, चालुक्यों के विस्तृत स्तंभों से लेकर कृष्णदेवराय द्वारा पत्थर की नक्काशी तक, प्रत्येक स्मारक में एक अलग कहानी है।
दक्षिण भारत में तो तीर्थ स्थलों की भरमार है, किन्तु इनमे से कुछ हैं, जिन्हें मैं मानता हूं कि सभी को देखना चाहिए। जो निम्न है -तिरुमाला तिरुपति बालाजी मंदिर,मीनाक्षी अम्मां मंदिर,
दक्षिण भारत के मंदिरों से कई प्राचीन दिव्य चरित्र जुड़े हुए हैं। इंटरनेट पर देखने से कई बेहतर है कि आप यहां जाकर अपनी आंखों से इनकी सुंदरता को अपनी आंखों में समेट लें।
तिरुपति भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। यह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में दर्शनार्थी यहां आते हैं। समुद्र तल से 3200 फीट ऊंचाई पर स्थिम तिरुमला की पहाड़ियों पर बना श्री वैंकटेश्वर मंदिर यहां का सबसे बड़ा आकर्षण है I
मंदिरों का शहर महाबलीपुरम तमिल नाडु की राजधानी चेन्नई से 55 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है। इसे महाबलीपुरम का रथ मंदिर भी कहते है।इसका निर्माण नरसिंह बर्मन प्रथम ने कराया था।
पद्मनाभस्वामी मंदिर भारत के केरल राज्य के तिरुअनन्तपुरम में स्थित भगवान विष्णु का प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है। भारत के प्रमुख वैष्णव मंदिरों में शामिल यह ऐतिहासिक मंदिर तिरुअनंतपुरम के अनेक पर्यटन स्थलों में से एक है।
रामेश्वरम हिंदुओं का एक पवित्र तीर्थ है। यह तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। यह तीर्थ हिन्दुओं के चार धामों में से एक है। इसके अलावा यहां स्थापित शिवलिंग बारह द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है।[
बृहदीश्वर मन्दिर या राजराजेश्वरम् तमिलनाडु के तंजौर में स्थित एक हिंदू मंदिर है जो 11वीं सदी के आरम्भ में बनाया गया था। इसे पेरुवुदैयार कोविल भी कहते हैं। यह मंदिर पूरी तरह से ग्रेनाइट निर्मित है।
हम्पी मध्यकालीन हिंदू राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी। तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित यह नगर अब हम्पी (पम्पा से निकला हुआ) नाम से जाना जाता है और अब केवल खंडहरों के रूप में ही अवशेष है।
आदि अन्नामलाई मंदिर तिरुवन्नमलई और आसपास के क्षेत्रों में सबसे पुराना ज्ञात मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण अरुणाचलेश्वर मंदिर का निर्माण शुरु होने से कम से कम एक सदी पहले हुआ था।
दक्षिण भारत में तो तीर्थ स्थलों की भरमार है, किन्तु इनमे से कुछ हैं, जिन्हें मैं मानता हूं कि सभी को देखना चाहिए। जो निम्न है -तिरुमाला तिरुपति बालाजी मंदिर,मीनाक्षी अम्मां मंदिर,
दक्षिण भारत के मंदिरों से कई प्राचीन दिव्य चरित्र जुड़े हुए हैं। इंटरनेट पर देखने से कई बेहतर है कि आप यहां जाकर अपनी आंखों से इनकी सुंदरता को अपनी आंखों में समेट लें।
तिरुपति भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। यह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में दर्शनार्थी यहां आते हैं। समुद्र तल से 3200 फीट ऊंचाई पर स्थिम तिरुमला की पहाड़ियों पर बना श्री वैंकटेश्वर मंदिर यहां का सबसे बड़ा आकर्षण है I
मंदिरों का शहर महाबलीपुरम तमिल नाडु की राजधानी चेन्नई से 55 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है। इसे महाबलीपुरम का रथ मंदिर भी कहते है।इसका निर्माण नरसिंह बर्मन प्रथम ने कराया था।
पद्मनाभस्वामी मंदिर भारत के केरल राज्य के तिरुअनन्तपुरम में स्थित भगवान विष्णु का प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है। भारत के प्रमुख वैष्णव मंदिरों में शामिल यह ऐतिहासिक मंदिर तिरुअनंतपुरम के अनेक पर्यटन स्थलों में से एक है।
रामेश्वरम हिंदुओं का एक पवित्र तीर्थ है। यह तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। यह तीर्थ हिन्दुओं के चार धामों में से एक है। इसके अलावा यहां स्थापित शिवलिंग बारह द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है।[
बृहदीश्वर मन्दिर या राजराजेश्वरम् तमिलनाडु के तंजौर में स्थित एक हिंदू मंदिर है जो 11वीं सदी के आरम्भ में बनाया गया था। इसे पेरुवुदैयार कोविल भी कहते हैं। यह मंदिर पूरी तरह से ग्रेनाइट निर्मित है।
हम्पी मध्यकालीन हिंदू राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी। तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित यह नगर अब हम्पी (पम्पा से निकला हुआ) नाम से जाना जाता है और अब केवल खंडहरों के रूप में ही अवशेष है।
आदि अन्नामलाई मंदिर तिरुवन्नमलई और आसपास के क्षेत्रों में सबसे पुराना ज्ञात मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण अरुणाचलेश्वर मंदिर का निर्माण शुरु होने से कम से कम एक सदी पहले हुआ था।