विद्यागोरी अड़कर (मराठी : विद्यागौरी आडकर) एक भारतीय शास्त्रीय नर्तक है। यह कथक नृत्य करती है और जयपुर घराने भारतीय शास्त्रीय नृत्य को प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने कई संगीत समारोहों में प्रदर्शन किया है जिसमें खजुराहो महोत्सव के नृत्य, तिरुवनंतपुरम में चिलका नृत्य समारोह, नृत्य
भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय नर्तक, भारतीय विरासत में विभिन्न प्रकार की परंपराएं, ललित कलाएं, लोक संगीत और नृत्य हैं। नृत्य के प्रदर्शनकारी (नर्तक) संगीत की गतिशीलता के माध्यम से अपने आप को व्यक्त करने के योग्य बनाते हैं
लखनऊ। 29 अप्रैल को पूरी दुनिया में विश्व नृत्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस की शुरुआत 29 अप्रैल 1982 से हुई। 'बैले के शेक्सपियर' की उपाधि से सम्मानित एक महान लेखक जीन जॉर्ज...
श्री जयदेव राष्ट्रीय क्लासिकल नृत्य समारोह व 10 वीं नवीन कलाकार प्रतिभा एवं खोज महोत्सव 26 से 30 मई तक ओडिशा स्थित भुनेश्वर शहर के भांजा कला मंडप में मनाया गया। जिसमें नगर की दो नृत्यांगनाओं ने भाग लेकर क्लासिकल नृत्य शैली के तहत कत्थक नृत्य का बेहतर प्रदर्शन किया।
विद्यागोरी अड़कर (मराठी : विद्यागौरी आडकर) एक भारतीय शास्त्रीय नर्तक है। यह कथक नृत्य करती है और जयपुर घराने भारतीय शास्त्रीय नृत्य को प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने कई संगीत समारोहों में प्रदर्शन किया है जिसमें खजुराहो महोत्सव के नृत्य, तिरुवनंतपुरम में चिलका नृत्य समारोह, नृत्य
भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय नर्तक, भारतीय विरासत में विभिन्न प्रकार की परंपराएं, ललित कलाएं, लोक संगीत और नृत्य हैं। नृत्य के प्रदर्शनकारी (नर्तक) संगीत की गतिशीलता के माध्यम से अपने आप को व्यक्त करने के योग्य बनाते हैं
लखनऊ। 29 अप्रैल को पूरी दुनिया में विश्व नृत्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस की शुरुआत 29 अप्रैल 1982 से हुई। 'बैले के शेक्सपियर' की उपाधि से सम्मानित एक महान लेखक जीन जॉर्ज...
श्री जयदेव राष्ट्रीय क्लासिकल नृत्य समारोह व 10 वीं नवीन कलाकार प्रतिभा एवं खोज महोत्सव 26 से 30 मई तक ओडिशा स्थित भुनेश्वर शहर के भांजा कला मंडप में मनाया गया। जिसमें नगर की दो नृत्यांगनाओं ने भाग लेकर क्लासिकल नृत्य शैली के तहत कत्थक नृत्य का बेहतर प्रदर्शन किया।