भांगड़ा एक जीवंत लोक संगीत व लोक नृत्य है जो पंजाब से शुरू हुआ है। बैसाखी के समय फ़सल कटाई का अनुष्ठान करते समय लोग परंपरागत रूप से भांगड़ा करते हैं। भांगड़ा के दौरान लोग पंजाबी बोली के गीत गाते हैं तथा लुंगी व पगड़ी बांधे लोगों के घेरे में एक व्यक्ति ढोल बजाता है।
भांगड़ा डांस देखकर अगर आपका मन भी इसे सीखने का करता है, तो इसकी क्लासेज जॉइन करने की एक और वजह अब आपके पास है। भांगड़ा एक एक्सरसाइज के तौर पर भी पॉपुलर हो चुका है।
इलाहाबाद। आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से पोलो ग्राउंड मेले में आयोजित आइवा मेला-2013 में मंगलवार की रात जमकर धमाल हुआ। पंजाब और राजस्थान से आए कलाकारों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर धमाल मचाया।
भांगड़ा एक जीवंत लोक संगीत व लोक नृत्य है जो पंजाब से शुरू हुआ है। बैसाखी के समय फ़सल कटाई का अनुष्ठान करते समय लोग परंपरागत रूप से भांगड़ा करते हैं। भांगड़ा के दौरान लोग पंजाबी बोली के गीत गाते हैं तथा लुंगी व पगड़ी बांधे लोगों के घेरे में एक व्यक्ति ढोल बजाता है।
भांगड़ा डांस देखकर अगर आपका मन भी इसे सीखने का करता है, तो इसकी क्लासेज जॉइन करने की एक और वजह अब आपके पास है। भांगड़ा एक एक्सरसाइज के तौर पर भी पॉपुलर हो चुका है।
इलाहाबाद। आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से पोलो ग्राउंड मेले में आयोजित आइवा मेला-2013 में मंगलवार की रात जमकर धमाल हुआ। पंजाब और राजस्थान से आए कलाकारों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर धमाल मचाया।