ऑस्ट्रेलियाई आदिवासी ऑस्ट्रेलिया की मुख्यभूमि और तस्मानिया द्वीप के मूल निवासी हैं। वे कई शाखाओं में संगठित हैं और इनकी अपनी कई मूल भाषाएँ हैं। ब्रिटेन द्वारा उपनिवेशी क़ब्ज़े से पहले वे ऑस्ट्रेलिया में बहुसंख्यक थे।
नई दिल्ली में समकालीन ऑस्ट्रेलियाई कला की प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। ऑस्ट्रेलिया के केंद्रीय रेगिस्तान की डेज़र्ट ड्रीमिंग्स शीर्षक की प्रदर्शनी भारत में मध्य ऑस्ट्रेलियाई स्वदेशीय कलाकारों की समकालीन कला की पहली प्रदर्शनी है।
चक्रधरपुर प्रखंड के सिलफोड़ी गांव में गुरुवार को मागे मिलन समारोह का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि जिप सदस्य सह भाजपा जिला महामंत्री रतन लाल बोदरा उपस्थित थे।
ऑस्ट्रेलियाई संस्कृति पुरानी फोस्टर के विज्ञापनों और चीज 1980 के हॉलीवुड ब्लॉकबस्टर द्वारा खेती की गई छवि की तरह कुछ नहीं दिखती है। इन 11 सांस्कृतिक गुणों की जांच करके असली ऑस्ट्रेलिया की झलक देखें।
वैज्ञानिकों ने से लगभग चार हजार साल पहले भारतीय और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले जैविक प्रवाह के सबूत खोज निकाले हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया का यह संपर्क भारत के यूरोप के साथ संबंधों से भी पुराना है.I
बस्तर की आदिवासी संस्कृति जितनी ही समृद्ध इस संस्कृति की शिल्पकलाएं हैं पर दुर्भाग्य इस बात का है कि शिल्पकला को उद्योग का दर्जा नहीं दिला सकी सरकारों के कारण आज भी बस्तर के बेजोड़ शिल्प हाट-बाजारों में किलो के भाव में भी आसानी से मिल जाता है I
ऑस्ट्रेलियाई आदिवासी ऑस्ट्रेलिया की मुख्यभूमि और तस्मानिया द्वीप के मूल निवासी हैं। वे कई शाखाओं में संगठित हैं और इनकी अपनी कई मूल भाषाएँ हैं। ब्रिटेन द्वारा उपनिवेशी क़ब्ज़े से पहले वे ऑस्ट्रेलिया में बहुसंख्यक थे।
नई दिल्ली में समकालीन ऑस्ट्रेलियाई कला की प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। ऑस्ट्रेलिया के केंद्रीय रेगिस्तान की डेज़र्ट ड्रीमिंग्स शीर्षक की प्रदर्शनी भारत में मध्य ऑस्ट्रेलियाई स्वदेशीय कलाकारों की समकालीन कला की पहली प्रदर्शनी है।
चक्रधरपुर प्रखंड के सिलफोड़ी गांव में गुरुवार को मागे मिलन समारोह का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि जिप सदस्य सह भाजपा जिला महामंत्री रतन लाल बोदरा उपस्थित थे।
ऑस्ट्रेलियाई संस्कृति पुरानी फोस्टर के विज्ञापनों और चीज 1980 के हॉलीवुड ब्लॉकबस्टर द्वारा खेती की गई छवि की तरह कुछ नहीं दिखती है। इन 11 सांस्कृतिक गुणों की जांच करके असली ऑस्ट्रेलिया की झलक देखें।
वैज्ञानिकों ने से लगभग चार हजार साल पहले भारतीय और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले जैविक प्रवाह के सबूत खोज निकाले हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया का यह संपर्क भारत के यूरोप के साथ संबंधों से भी पुराना है.I
बस्तर की आदिवासी संस्कृति जितनी ही समृद्ध इस संस्कृति की शिल्पकलाएं हैं पर दुर्भाग्य इस बात का है कि शिल्पकला को उद्योग का दर्जा नहीं दिला सकी सरकारों के कारण आज भी बस्तर के बेजोड़ शिल्प हाट-बाजारों में किलो के भाव में भी आसानी से मिल जाता है I