खेतीके लिये लिया गया ऋण या उधार, वह धनराशि है जो खेती के लिये आवश्यक सामग्री (श्रमिकों सहित), मशीनें आदि लेने के लिये इस्तेमाल की जाती है। यह 20 या 30 साल की लम्बी अवधि के लिये गिरवी रखने जैसा नहीं है।
भारतीय रिज़र्व बैंक प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को एक स्थान पर समेकित करने के उद्देश्य से एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है ताकि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) .
ऋण वह है, जो किसी से माँगा या लिया जाता है। सामान्यतः यह ली गयी संपत्ति को व्यक्त करता है, लेकिन यह शब्द धन की आवश्यकता के परे नैतिक दायित्व एवं अन्य पारस्परिक क्रियाओं को भी व्यक्त करता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को एक स्थान पर समेकित करने के उद्देश्य से एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है ताकि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) .
ऋण वह है, जो किसी से माँगा या लिया जाता है। सामान्यतः यह ली गयी संपत्ति को व्यक्त करता है, लेकिन यह शब्द धन की आवश्यकता के परे नैतिक दायित्व एवं अन्य पारस्परिक क्रियाओं को भी व्यक्त करता है।