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परमाणु - विकिपीडिया
एक परमाणु किसी भी साधारण से पदार्थ की सबसे छोटी घटक इकाई है जिसमे एक रासायनिक तत्व के गुण होते हैं। हर ठोस, तरल, गैस, और प्लाज्मा तटस्थ या आयनन परमाणुओं से बना है। परमाणुओं बहुत छोटे हैं; विशिष्ट आकार लगभग 100 pm हैं।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A3%E0%A5%81
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नाभिकीय रसायन I
भारी नाभिक वाले परमाणुओं का दो लगभग समान द्रव्यमान वाले नाभिकों में विभक्त हो जाना, नाभिकीय विखंडन कहलाता है।
https://hindi.orgsyn.in/nuclear_chemistry/start
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डाल्टन का परमाणु सिद्धांत क्या है?
डाल्टन के परमाणु सिद्धांत के अनुसार, “प्रत्येक पदार्थ छोटे-छोटे कणों से मिलकर बना होता है जिन्हें परमाणु कहते हैं और परमाणु को किसी भी भौतिक या रासायनिक विधि से विभाजित नहीं किया जा सकता है।”
https://hindi.theindianwire.com/%E0%A4%A1%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A4%A8-%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A3%E0%A5%81-%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%A4-40828/
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परमाणु व अणु I
परमाणु की संरचना :-परमाणु मुख्यतः तीन कणों से मिल कर बने होते है- प्रोटाॅन, न्यूट्रान तथा इलेक्ट्रान। प्रोटान और न्यूट्रान नाभिक में स्थित होते है जहाॅ परमाणु का पूर्ण भार केन्द्रित I
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अकार्बनिक रसायन I
"रसायन विज्ञान में तत्व का वह छोटा से छोटा भाग है, जो किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकता है परन्तु स्वतंत्र अवस्था में नहीं रह सकता है। भारत के महान ॠषि कणाद के अनुसार सभी पदार्थ अत्यन्त सूक्ष्मकणों से बने हैं, जिसे परमाणु कहा गया है।
https://www.facebook.com/as27748chemistry/posts/1809549135983800/
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“भारत में परमाणु ऊर्जा और सामाजिक विकास” I
1947 में जब अंग्रेज भारत से विदा हुए तो यहाँ के नेताओं, चितंकों, वैज्ञानिकों एवं समाजशास्त्रियों के लिए एक बहुत ही चुनौती पूर्ण स्थिति में इस देश के विशाल जनसमुदाय को छोड़ गए।
https://www.examrace.com/Hindi-Study-Material/Hindi-Essays/Role-of-Nuclear-Energy-in-India.html
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परमाणु ऊर्जा और विश्व - Navbharat Times Reader's Blog
१९४५ में अमेरिका द्वारा नागासाकी और हिरोशिमा पर किये गए परमाणु हमले के बाद जिस तरह से पूरी दुनिया के सामने परमाणु विज्ञान का सबसे खतरनाक स्वरुप सामने आया था उसे देखते हुए तत्कालीन संघ ने १९५० में इसके शांतिपूर्ण उपयोग पर काम करने के बारे में सोचना शुरू किया I
http://www1.readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/seedhikharibaat/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%AE-%E0%A4%A3-%E0%A4%8A%E0%A4%B0-%E0%A4%9C-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%B5-%E0%A4%B6-%E0%A4%B5/
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रासायनिक तत्व - विकिपीडिया
रासायनिक तत्व (या केवल तत्व) ऐसे उन शुद्ध पदार्थों को कहते हैं जो केवल एक ही तरह के परमाणुओं से बने होते हैं। या जो ऐसे परमाणुओं से बने होते हैं जिनके नाभिक में समान संख्या में प्रोटॉन होते हैं।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%95_%E0%A4%A4%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B5
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रेडियोधर्मी प्रदूषण - विकिपीडिया
रेडियोधर्मी प्रदूषण ठोस, तरल या गैसीय पदार्थ में जहाँ अनायास या अवांछनीय रेडियोधर्मी पदार्थ की उपस्थिति होती है, उसे रेडियोधर्मी प्रदूषण कहते हैं। इसका प्रभाव पर्यावरण, जीव जन्तुओं और मनुष्यों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%A1%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%A7%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A5%80_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%82%E0%A4%B7%E0%A4%A3
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नाभिकीय ऊर्जा - विकिपीडिया
तत्वों की आवर्त सारणी एक उपकरण है जो अब तक ज्ञात 118 तत्वों के रासायनिक गुणों से परामर्श करने की अनुमति देता है। स्टोइकोमेट्रिक गणना करते समय यह आवश्यक है, एक तत्व के भौतिक गुणों की भविष्यवाणी करें, उन्हें वर्गीकृत करें और उनके बीच आवधिक गुणों का पता लगाएं।.
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%8A%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9C%E0%A4%BE
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भारत में परमाणु उर्जा का विकास और उद्देश्य I
भारत में परमाणु उर्जा का विकास और उद्देश्य : परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को बल पहुंचाने वाले अनेक सहायक संगठन देश भर में फैले हुए हैं। सबसे पुराना और अत्यंत गौरवशाली माना गया परमाणु संस्थान ट्रांबेका भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र है। यह देश में हल्के और भारी पानी रिएक्टों के शोध का संस्थान है। यहां से अन्य कोई शोध-रिएक्टरों का संचालन भी होता है। देश का दूसरा परमाणु अनुसंधान केंद्र मद्रास के पास कलपक्कम का ‘रिएक्टर रिसर्च सेंटर’ है, जिसने मुख्य रूप से फास्ट ब्रीडर रिएक्टरों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। भारत परमाणु ऊर्जा का गैर सैनिक उद्देश्यों हेतु उपयोग करना चाहता है। वह परमाणु शक्ति की विनाशकारी प्रवृत्ति के कारण उसके सामरिक प्रयोग का विरोधी रहा है। परमाणु शक्ति के गैर सैनिक उपयोग, कृषि, उद्योग व चिकित्सा के क्षेत्र प्रमुख रूप से शामिल है। भारत में परमाणु तकनीक का विकास होमी जहॉगीर भाभा, भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाला नेहरू एवं जमशेद जी टाटा के संयुक्त प्रयासों से प्रारम्भ हुआ।
https://www.hindivyakran.com/2019/02/atomic-energy-in-india-in-hindi.html
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प्राकृतिक और कृत्रिम रेडियोधर्मिता के बीच का अंतर I
प्राकृतिक बनाम कृत्रिम रेडियोधर्मिता रेडियोधर्मिता का आविष्कार मानव द्वारा नहीं किया गया है; यह वहां गया है, ब्रह्मांड में वर्तमान समय से अनमोल है लेकिन 18 9 6 में हेनरी बेककेल द्वारा यह मौका मिला था कि दुनिया को इसके बारे में पता चला था।
https://hi.esdifferent.com/difference-between-natural-and-artificial-radioactivity
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फुकुशिमा दइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र (संवेदनशील विषय) I
फुकुशिमा प्रीफेक्चर फुकबा-बंदूक फुकुशिमा प्रीफेक्चर TEPCO का परमाणु ऊर्जा संयंत्र फुकबा-चो और ओकुमा-चो में स्थित है। इकाइयों 1 से 6 के बीच 1 9 71 और 1 9 7 9 के बीच संचालन शुरू हुआ, I
https://mimirbook.com/hi/49a42d69aee