एंटोनी लेवईज़िएयर को ही ज्यादातर देशों में रसायन विज्ञान के पिता मानें जाते हैं ! ‘‘तत्वों के रसायन’’ उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक के कारण उसे केमिस्ट्री का पिता माना जाता है ! उस पुस्तक में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन तत्वों पता लगाने वर्णन है I
किसी रासायनिक अभिक्रिया के प्रतीकात्मक निरूपण को रासायनिक समीकरण कहते हैं। इसे समीकरण इसलिये कहा जाता है कि इसमें समता चिन्ह (=) का प्रयोग किया जाता है I
फिक के विसरण के नियम एडॉल्फ फिक द्वारा सन् १८५५ में प्रतिपादित हुए थे। फिक के विसरण से संबंधित दो नियम हैं जिनकी सहायता से विसरण गुणांक, D की गणना की जा सकती है।
ग्राहम का विसरण का नियम गैस की विसरण की दर से सम्बन्धित एक नियम है जिसे स्कॉटलैण्ड के रसायन शास्त्री थॉमस ग्राहम ने प्रतिपादित किया था। थॉमस ने प्रयोगों के आधार पर पाया कि किसी गैस के विसरण (effusion) की की दर उसके कणों के द्रव्यमान के वर्गमूल के व्युत्क्रामुपाती होती है।
एंटोनी लेवईज़िएयर को ही ज्यादातर देशों में रसायन विज्ञान के पिता मानें जाते हैं ! ‘‘तत्वों के रसायन’’ उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक के कारण उसे केमिस्ट्री का पिता माना जाता है ! उस पुस्तक में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन तत्वों पता लगाने वर्णन है I
किसी रासायनिक अभिक्रिया के प्रतीकात्मक निरूपण को रासायनिक समीकरण कहते हैं। इसे समीकरण इसलिये कहा जाता है कि इसमें समता चिन्ह (=) का प्रयोग किया जाता है I
फिक के विसरण के नियम एडॉल्फ फिक द्वारा सन् १८५५ में प्रतिपादित हुए थे। फिक के विसरण से संबंधित दो नियम हैं जिनकी सहायता से विसरण गुणांक, D की गणना की जा सकती है।
ग्राहम का विसरण का नियम गैस की विसरण की दर से सम्बन्धित एक नियम है जिसे स्कॉटलैण्ड के रसायन शास्त्री थॉमस ग्राहम ने प्रतिपादित किया था। थॉमस ने प्रयोगों के आधार पर पाया कि किसी गैस के विसरण (effusion) की की दर उसके कणों के द्रव्यमान के वर्गमूल के व्युत्क्रामुपाती होती है।