शुरुआत करने वालों के लिए प्रारम्भिक खगोल विज्ञान और सितारों का अध्ययन; इसमें टेलीस्कोप और बाइनॉकुलर (दूरबीन) जैसे उपकरण शामिल हैं और यह जानकारी भी, कि रात के आकाश में क्या देखना है। प्रारम्भिक खगोलविदों के लिए युक्तियाँ और संसाधन।
क्या धरती के बाहर भी कहीं जीवन है? आकाशगंगा कहां से आई? किसी और ग्रह पर क्या हलचल हो रही? ब्लैक होल का निर्माण कैसे होता है? अंतरिक्ष के ऐसे ही कई रहस्यों के बारे में पता चल सकेगा एक ऐसे दूरबीन से, जिसके निर्माण में भारत की अहम भूमिका है।
इस शहर से उस शहर और उस शहर से इस शहर. हर तरफ ईवीएम की कड़ी निगरानी की जा रही है. यूपी के मेरठ में तो ईवीएम पर नजर रखने के लिए दूरबीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. यहां महागठबंधन के प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी के समर्थक दूरबीन लेकर ईवीएम पर नजरें गड़ाए हुए हैं. इन्होंने ईवीएम सेंटर के बाहर डेरा डाल दिया है और सीसीटीवी लगाकर लाइव फीड पर भी पूरी नजर रखी जा रही है. सुरक्षा में जुटे कई कार्यकर्ता यहीं अपना रोजा इफ्तार भी यहीं से कर रहे हैं.
केंद्र में एक शीतलित आवेश युक्मित युक्ति सहित दुगुने परिवर्तन वाले मृदुल एक्स-किरण संस्पर्शन आपतन दूरबीन (प्रकाशिकी और कैमरा सहित नीचे प्रदर्शित) को एस्ट्रोसैट में रख कर 28 सितंबर, 2015 को प्रमोचित किया गया।
क्या धरती के बाहर भी कहीं जीवन है? आकाशगंगा कहां से आई? किसी और ग्रह पर क्या हलचल हो रही? ब्लैक होल का निर्माण कैसे होता है? अंतरिक्ष के ऐसे ही कई रहस्यों के बारे में पता चल सकेगा एक ऐसे दूरबीन से, जिसके निर्माण में भारत की अहम भूमिका है।
इस शहर से उस शहर और उस शहर से इस शहर. हर तरफ ईवीएम की कड़ी निगरानी की जा रही है. यूपी के मेरठ में तो ईवीएम पर नजर रखने के लिए दूरबीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. यहां महागठबंधन के प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी के समर्थक दूरबीन लेकर ईवीएम पर नजरें गड़ाए हुए हैं. इन्होंने ईवीएम सेंटर के बाहर डेरा डाल दिया है और सीसीटीवी लगाकर लाइव फीड पर भी पूरी नजर रखी जा रही है. सुरक्षा में जुटे कई कार्यकर्ता यहीं अपना रोजा इफ्तार भी यहीं से कर रहे हैं.
केंद्र में एक शीतलित आवेश युक्मित युक्ति सहित दुगुने परिवर्तन वाले मृदुल एक्स-किरण संस्पर्शन आपतन दूरबीन (प्रकाशिकी और कैमरा सहित नीचे प्रदर्शित) को एस्ट्रोसैट में रख कर 28 सितंबर, 2015 को प्रमोचित किया गया।