अरुण ग्रह को यूरेनस भी कहते हैं। यह सूर्य से सातवां ग्रह है। द्रव्यमान के आधार पर यह चौथा बड़ा ग्रह है और व्यास के आधार पर यह तीसरा बड़ा ग्रह है। अरुण ग्रह की खोज जर्मन वैज्ञानिक विलियम हर्षल ने 13 मार्च 1781 को की थी।
तीन सबसे बाहरी ग्रहों की खगोलीय खोज - यूरेनस, नेपच्यून और प्लूटो ने हमारे सौर मंडल की सीमाओं का विस्तार किया है। पश्चिमी ज्योतिष, जो भारतीय ज्योतिष से अधिक आधुनिक है, उसने इन ग्रहों को अपनी ज्योतिषीय गणना में शामिल किया। भारतीय ज्योतिष के कुछ वर्ग भी इन तीन बाहरी ग्रहों पर विचार करते हैं।
महाभारत में युरेनस, प्लुटो और नेपच्यून का जिक्र आपको ये जानना चाहिए कि प्राचीनतम काल में योगी-महर्षि वस्तुतः वैज्ञानिक गतिविधियों में संलग्न होते थे। उनके द्वारा बहुत गहन अनुसंधान किया जाता था जिसे आप तपस्या भी कह सकते हैं।
अरुण ग्रह को यूरेनस भी कहते हैं। यह सूर्य से सातवां ग्रह है। द्रव्यमान के आधार पर यह चौथा बड़ा ग्रह है और व्यास के आधार पर यह तीसरा बड़ा ग्रह है। अरुण ग्रह की खोज जर्मन वैज्ञानिक विलियम हर्षल ने 13 मार्च 1781 को की थी।
तीन सबसे बाहरी ग्रहों की खगोलीय खोज - यूरेनस, नेपच्यून और प्लूटो ने हमारे सौर मंडल की सीमाओं का विस्तार किया है। पश्चिमी ज्योतिष, जो भारतीय ज्योतिष से अधिक आधुनिक है, उसने इन ग्रहों को अपनी ज्योतिषीय गणना में शामिल किया। भारतीय ज्योतिष के कुछ वर्ग भी इन तीन बाहरी ग्रहों पर विचार करते हैं।
महाभारत में युरेनस, प्लुटो और नेपच्यून का जिक्र आपको ये जानना चाहिए कि प्राचीनतम काल में योगी-महर्षि वस्तुतः वैज्ञानिक गतिविधियों में संलग्न होते थे। उनके द्वारा बहुत गहन अनुसंधान किया जाता था जिसे आप तपस्या भी कह सकते हैं।