जैव संरक्षण, प्रजातियां, उनके प्राकृतिक वास और पारिस्थितिक तंत्र को विलोपन से बचाने के उद्देश्य से प्रकृति और पृथ्वी की जैव विविधता के स्तरों का वैज्ञानिक अध्ययन है।[1][2] यह विज्ञान, अर्थशास्त्र और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के व्यवहार से आहरित अंतरनियंत्रित विषय है।
‘जैव विविधता’ शब्द मूलतः दो शब्दों से मिलकर बना है- जैविक और विविधता। सामान्य रूप से जैव विविधता का अर्थ जीव जन्तुओं एवं वनस्पतियों की विभिन्न प्रजातियों से है। प्रकृति में मानव, अन्य जीव जन्तु तथा वनस्पतियों का संसार एक दूसरे से इस प्रकार जुड़ा है कि किसी के भी बाधित हाने से सभी का सन्तुलन बिगड़ जाता है तथा अन्ततः मानव जीवन कुप्रभावित हाते है। जैव विवधता विभिन प्रकार के पारिस्थितिक तंत्र सेवाए का आधार बनता है जो की मनुष्य के उत्थान में सहायक होती है . मनुष्य द्वारा लिए गए फैसले जैव विवधता को प्
हाल ही में जारी यू.एन. रिपोर्ट के अनुसार, मानव गतिविधियों के कारण दस लाख प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि किस प्रकार मानव ने उन प्राकृतिक संसाधनों को नष्ट किया है जिन पर हमारा अस्तित्व निर्भर करता है।
इस बार के अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस की थीम एक ऐसे विषय पर केंद्रित है, जिससे आज जीवन और प्रकृति को समझने-समझाने में सहायता मिल सकती है। जीवन को दो तरह से देखा जाता है, आवश्यकताएं व सुविधाएं। इन दोनों में ज्यादा महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं I
विश्व वानिकी दिवस एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है और यह हर वर्ष 21 मार्च को मनाया जाता है। यह दुनियाभर में लोगों को वनों की महत्ता तथा उनसे मिलने वाले अन्य लाभों की याद दिलाने के लिए पिछले 30 वर्षों से मनाया जा रहा है।
जैव-विविधता विलोप के बारे में वैज्ञानिकों की धारणा है कि किसी आवास स्थल का क्षेत्र 90 प्रतिशत कम कर दिया जाए तो वहाँ की लगभग 50 प्रतिशत प्रजातियाँ मर जाती हैं। जैव-विविधता विनाश के दुष्परिणामों के प्रति जागरुकता बढ़ाकर .......
जैव संरक्षण, प्रजातियां, उनके प्राकृतिक वास और पारिस्थितिक तंत्र को विलोपन से बचाने के उद्देश्य से प्रकृति और पृथ्वी की जैव विविधता के स्तरों का वैज्ञानिक अध्ययन है।[1][2] यह विज्ञान, अर्थशास्त्र और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के व्यवहार से आहरित अंतरनियंत्रित विषय है।
‘जैव विविधता’ शब्द मूलतः दो शब्दों से मिलकर बना है- जैविक और विविधता। सामान्य रूप से जैव विविधता का अर्थ जीव जन्तुओं एवं वनस्पतियों की विभिन्न प्रजातियों से है। प्रकृति में मानव, अन्य जीव जन्तु तथा वनस्पतियों का संसार एक दूसरे से इस प्रकार जुड़ा है कि किसी के भी बाधित हाने से सभी का सन्तुलन बिगड़ जाता है तथा अन्ततः मानव जीवन कुप्रभावित हाते है। जैव विवधता विभिन प्रकार के पारिस्थितिक तंत्र सेवाए का आधार बनता है जो की मनुष्य के उत्थान में सहायक होती है . मनुष्य द्वारा लिए गए फैसले जैव विवधता को प्
हाल ही में जारी यू.एन. रिपोर्ट के अनुसार, मानव गतिविधियों के कारण दस लाख प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि किस प्रकार मानव ने उन प्राकृतिक संसाधनों को नष्ट किया है जिन पर हमारा अस्तित्व निर्भर करता है।
इस बार के अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस की थीम एक ऐसे विषय पर केंद्रित है, जिससे आज जीवन और प्रकृति को समझने-समझाने में सहायता मिल सकती है। जीवन को दो तरह से देखा जाता है, आवश्यकताएं व सुविधाएं। इन दोनों में ज्यादा महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं I
विश्व वानिकी दिवस एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है और यह हर वर्ष 21 मार्च को मनाया जाता है। यह दुनियाभर में लोगों को वनों की महत्ता तथा उनसे मिलने वाले अन्य लाभों की याद दिलाने के लिए पिछले 30 वर्षों से मनाया जा रहा है।
जैव-विविधता विलोप के बारे में वैज्ञानिकों की धारणा है कि किसी आवास स्थल का क्षेत्र 90 प्रतिशत कम कर दिया जाए तो वहाँ की लगभग 50 प्रतिशत प्रजातियाँ मर जाती हैं। जैव-विविधता विनाश के दुष्परिणामों के प्रति जागरुकता बढ़ाकर .......