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पृथ्वी का इतिहास - विकिपीडिया
पृथ्वी का इतिहास 4.6 बिलियन वर्ष पूर्व पृथ्वी ग्रह के निर्माण से लेकर आज तक के इसके विकास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं और बुनियादी चरणों का वर्णन करता है।[1] प्राकृतिक विज्ञान की लगभग सभी शाखाओं ने पृथ्वी के इतिहास की प्रमुख घटनाओं को स्पष्ट करने में अपना योगदान दिया है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8
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पृथ्वी विज्ञान क्या है?
पृथ्वी विज्ञान अंतरिक्ष में पृथ्वी और उसके पड़ोसियों का अध्ययन है। यह कई रोचक और व्यावहारिक अनुप्रयोगों के साथ एक रोमांचक विज्ञान है। कुछ पृथ्वी वैज्ञानिक ऊर्जा और खनिज संसाधनों का पता लगाने और विकसित करने के लिए पृथ्वी के अपने ज्ञान का उपयोग करते हैं।
https://gyanapp.in/hindi/questions/951/%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%88
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पृथ्वी का भूगर्भिक इतिहास - भारतकोश I
वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी की आयु लगभग 4.6 अरब वर्ष है। पृथ्वी के सम्पूर्ण भूगर्भिक इतिहास को निम्नलिखित कल्पों में विभाजित किया जा सकता है-अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://bharatdiscovery.org/india/%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%95_%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8
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पृथ्वी - विकिपीडिया
पृथ्वी,सूर्य से तीसरा ग्रह और ज्ञात ब्रह्माण्ड में एकमात्र ग्रह है जहाँ जीवन उपस्थित है। यह सौर मंडल में सबसे घना और चार स्थलीय ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह है। पृथ्वी, आयु लगभग 4.54 बिलियन साल हैं।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80
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पर्यावरण - विकिपीडिया
पर्यावरण उन सभी भौतिक, रासायनिक एवं जैविक कारकों की समष्टिगत इकाई है जो किसी जीवधारी अथवा पारितंत्रीय आबादी को प्रभावित करते हैं तथा उनके रूप, जीवन और जीविता को तय करते हैं।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3
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पर्यावरणीय विज्ञान - विकिपीडिया
पर्यावरणीय विज्ञान पर्यावरण के भौतिकीय, रासायनिक और जैविक अवयवों के बीच पारस्परिक क्रियाओं का अध्ययन है। पर्यावरणीय विज्ञान पर्यावरणीय व्यवस्था के अध्ययन के लिए समन्वित, परिमाणात्मक और अन्तरविषयक दृष्टिकोण उपलब्ध कराता है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3%E0%A5%80%E0%A4%AF_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8
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जलवायु और पर्यावरण - ISRO
जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (आईपीसीसी) की चौथी आकलन रिपोर्ट (2007) ने धरती के भविष्य की खतरनाक तस्वीर का अनुमान लगाया है। रिपोर्ट में 1906 से 2005 तक वैश्विक औसत तापमान में 0.74oC की वृद्धि का अनुमान है। अध्ययनों से यह भी पता चला है कि पृथ्वी के वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों (जीएचजी) की सघनता में लगातार वृद्धि हुई है। संक्षेप में, जलवायु परिवर्तन से संबंधित कुछ तथ्यों और आंकड़े इस प्रकार हैं:
https://www.isro.gov.in/hi/%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A5%81%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%97/%E0%A4%9C%E0%A4%B2%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A5%81-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3
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भूविज्ञान के क्षेत्र में रोजगार के अवसर I
भूविज्ञान/पृथ्वी विज्ञान में पृथ्वी प्रणाली के उद्गम ढांचे, क्रम विकास तथा गतिशीलता तथा इसके प्राकृतिक संसाधनों का वैज्ञानिक अध्ययन सम्मिलित है। इसमें उन आंतरिक और बाह्य प्रक्रियाओं की जांच की जाती है जिनसे पृथ्वी को इसके 46 करोड़ वर्ष के इतिहास में यह स्वरूप प्राप्त हुआ है।
https://hindi.indiawaterportal.org/node/3192
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भौतिक भूगोल - यूनियनपीडिया, अर्थ वेब विश्वकोश
पृथ्वी के धरातल और वतावरण का रंगीन चित्र भौतिक भूगोल (Physical geography) भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें पृथ्वी के भौतिक स्वरूप का अध्ययन किया जाता हैं। यह धरातल पर अलग अलग जगह पायी जाने वाली भौतिक परिघटनाओं के वितरण की व्याख्या व अध्ययन करता है, साथ ही यह भूविज्ञान, मौसम विज्ञान, जन्तु विज्ञान और रसायनशास्त्र से भी जुड़ा हुआ है। इसकी कई उपशाखाएँ हैं जो विविध भौतिक परिघटनाओं की विवेचना करती हैं। . 15 संबंधों।
https://hi.unionpedia.org/%E0%A4%AD%E0%A5%8C%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%95_%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%97%E0%A5%8B%E0%A4%B2
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समुद्र विज्ञान - विकिपीडिया
समुद्र विज्ञान, भूविज्ञान की एक शाखा है जो समुद्रों का अध्ययन करती है। इसके अन्तर्गत समुद्र, तटीय क्षेत्र, एस्ट्युरीज (नदी मुख), तटीय जल, शेलव्ज और ओशन बेड, समुद्री जीवों, समुद्री धाराओं, तरंगों, भूभौतिकीय तरलगतिकी एवं अनेक अन्यान्य विषयों का अध्ययन किया जता है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8
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समुद्र विज्ञान: समाचार और अपडेट I
समुद्र विज्ञान: नवीनतम समुद्र विज्ञान समाचार और अपडेट, समुद्र विज्ञान तस्वीरें और चित्र, समुद्र विज्ञान वीडियो | नव भारत टाइम्स
https://navbharattimes.indiatimes.com/topics/%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8
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समुद्र की असीम गहराई तक पहुंचा चीन I
चीन ने समुद्र की गहराइयों में बड़ी सफलता हासिल की. चीन की पनडुब्बी पहली बार समुद्र के भीतर 4,027 मीटर की गहराई तक पहुंची. सफल परीक्षण से उत्साहित चीन को उम्मीद है कि समुद्र से उसे संपदा मिलेगी. I
https://www.dw.com/hi/%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%85%E0%A4%B8%E0%A5%80%E0%A4%AE-%E0%A4%97%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%88-%E0%A4%A4%E0%A4%95-%E0%A4%AA%E0%A4%B9%E0%A5%81%E0%A4%82%E0%A4%9A%E0%A4%BE-%E
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राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान (एनआईओ), गोवा I
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ सागरोग्राफी (एनआईओ) ने 22 जून 2005 को मैकोटेक, गोवा के साथ सहयोगी अनुसंधान के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। श्री ए मुथुक्रिष्णन, कोए, एनआईओ और मैकोटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ एस रघुकुमार ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
https://www.csir.res.in/hi/collaborations/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%AF-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%B8%E0
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माइक्रोबियल समुद्र विज्ञान I
पिछले एक दशक से अधिक वैज्ञानिक अनुसंधान से साक्ष्य; समुद्री भोजन वेब, पोषक तत्व चक्र, ऑक्सीजन न्यूनतम जोन (ओएमजेड) के गठन, आदि में समुद्री रोगाणुओं द्वारा निभाई गई जटिल और महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया है।
https://moes.gov.in/hi/content/microbial-oceanograph
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समुद्र तल - विकिपीडिया
समुद्र तल या औसत समुद्र तल समुद्र के जल के उपरी सतह की औसत ऊँचाई का मान होता है। इसकी गणना ज्वार-भाटे के कारण होने वाले समुद्री सतह के उतार चढ़ाव का लंबे समय तक प्रेक्षण करके उसका औसत निकाल कर की जाती है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0_%E0%A4%A4%E0%A4%B2
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पर्यावरण विज्ञान : प्रकृति से दोस्ती कर संवारें कैरियर
पर्यावरण आज वैश्विक स्तर पर चर्चा के केंद्र में है. दुनिया भर में पर्यावरण को लेकर फिक्र बढ़ गयी है. वजहें भी जाहिर हैं, धरती का तापमान तेजी से बदल रहा है. पेड़ काटे जा रहे हैं. जंगल नेस्तानाबूद किये जा रहे हैं. I
https://www.prabhatkhabar.com/news/national/story/808786.html
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पर्यावरण की परिभाषाएं और अर्थ I
भौतिक, रासायनिक तथा जैविक दशाओं का योग जसकी अनुभूति किसी प्राणी या प्राणियों को होती है। इसके अंतरग्त जलवायु, मिट्टी, जल, प्रकाश वनस्पति, स्वप्रजाति एवं अन्य प्राणि जगत सम्मिलित होते हैं।
https://hindi.indiawaterportal.org/water_words/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B7%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%82-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%85%E0%A4
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पर्यावरण शिक्षा महत्व एवं आवश्यकता I
आज पर्यावरण विनाश एक विश्वव्यापी समस्या बन चुकी है । मनुष्य विज्ञान और विकास के नाम पर प्रकृति का लगातार विनाश करता जा रहा है ।
http://www.deshbandhu.co.in/vichar/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3-%E0%A4%B6%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%BE-%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B5-%E0%A4%8F%E0%A4%B5%E0%A4%82-%E0%A4%86%E0%A4%B5
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जीवाश्मविज्ञान - विकिपीडिया
जीवाश्मिकी या जीवाश्म विज्ञान या पैलेन्टोलॉजी ,भौमिकी की वह शाखा है जिसका संबंध भौमिकीय युगों के उन प्राणियों और पादपों के अवशेषों से है जो अब भूपर्पटी के शैलों में ही पाए जाते हैं।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8
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जीवाश्म - विकिपीडिया
पृथ्वी पर किसी समय जीवित रहने वाले अति प्राचीन सजीवों के परिरक्षित अवशेषों या उनके द्वारा चट्टानों में छोड़ी गई छापों को जो पृथ्वी की सतहों या चट्टानों की परतों में सुरक्षित पाये जाते हैं
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%AE
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जीवाश्मों की आयु का आंकलन I
जीवाश्मों की आयु का आंकलन : (i) खुदाई द्वारा /सापेक्ष पद्धति द्वारा : खुदाई करने पर पृथ्वी की सतह के निकट वाले जीवाश्म गहरे स्तर पर पाए गए जीवाश्मों की तुलना में अधिक नए होते है जबकि गहरे स्तर पर पाए गए जीवाश्म पुराने होते है |
https://worldgujjars2.blogspot.com/2016/11/blog-post_43.html#
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जीवाश्म क्या है और जानकारी I
जीवाश्म क्या है, जीवाश्म की आयु का निर्धारण....I
https://www.knowledgedabba.com/2019/04/%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%AE-fossil-in-hindi.html
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कशेरुकीय जीवाश्म विज्ञान I
कशेरुकीय जीवाश्म विज्ञान जीवाश्म विज्ञान की परिभाषा देते हुए ट्वेब होफ़ेल और आक ने लिखा है : जीवाश्म विज्ञान वह विज्ञान है, जो आदिम पौधें तथा जंतुओं के अश्मीभूत अवशेषों द्वारा प्रकट भूतकालीन भूगर्भिक युगों के जीवन की व्याख्या करता है।
https://hindi.indiawaterportal.org/node/32997
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पृथ्वी का भूवैज्ञानिक इतिहास
पृथ्वी के भूवैज्ञानिक इतिहास को अजोइक, पैलियोजोइक, मेसोजोइक, सेनोजोइक, और नियोजोइक नाम के पांच महाकल्पों में बांटा गया है| अजोइक महाकल्प सर्वाधिक प्राचीन महाकल्प है, जिसमें पृथ्वी पर किसी तरह का जीवन नहीं पाया जाता था|
https://www.jagranjosh.com/general-knowledge/%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%B5%E0%A5%88%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%95-%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9
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पृथ्वी का इतिहास व पृथ्वी पर जीवन विकास - CNN80
सूर्य से दुरी के क्रम में पृथ्वी तीसरा ग्रह हैं, पृथ्वी नाम पौराणिक कथाओं पर आधारित है | पृथ्वी की उत्पत्ति, पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति, पृथ्वी का निर्माण, पृथ्वी की आंतरिक संरचना,पृथ्वी के बारे में जानकारी,
https://cnn80.blogspot.com/2018/07/History-of-Earth.html
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पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय I
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय(पृ वि मं) सुएकीकृत कार्यक्रमों से पृथ्वी व्यवस्थायें संबंधित वर्षा तथा मौसम/ जलवायु प्राचलों, सागर स्थिति, भूकंप, सुनामी और अन्य घटनाओं संबंधित पूर्वानुमान की सर्वोच्छ साध्य सेवायें राश्ट्र को प्रदान करने हेतु अधिदेशित है।
https://www.ncess.gov.in/hindi/index.php/structure/ministry-of-earth-sciences-moes.html
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पृथ्वी विज्ञान: पृथ्वी को समझना
पृथ्वी विज्ञान: पृथ्वी को समझना...अधिक जानकारी के लिए, आगे पढ़ें।
https://www.csir.res.in/hi/nicheareas/%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80-%E0%A4%95%E0%A5%8B-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4
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पृथ्वी प्रणाली विज्ञान संगठन I
भारत में पृथ्वी के विभिन्न घटकों के बीच मजबूत संबंधों, उदाहरणार्थ वातावरण, महासागर, साइरो‑स्फीयर और जियो‑स्फीयर, के महत्व को स्वीकार करते हुए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय को 2006 में गठित किया गया था।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E2%80%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A3%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80_%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E2%80%8D%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%9E%E0%A4%BE%E0%A4%A8_%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4
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पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के कार्यक्रम — विकासपीडिया
इस फोल्डर में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के कार्यक्रम की जानकारी दी गयी है I
http://hi.vikaspedia.in/rural-energy/policy-support/92a94392594d935940-93593f91c94d91e93e928-92e90292494d93093e93292f-915947-91593e93094d92f91594d93092e
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आई एम डी - पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत संस्थानों की वेबसाइटें
आई एम डी - पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत संस्थानों की वेबसाइटें I
http://www.imd.gov.in/hindinew/pages/moes_sites_hi.php
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वायुमंडलीय प्रेक्षणात्मलक नेटवर्क I
आधुनिकीकरण चरण- I (तालिका-1) के तहत, वायुमंडलीय प्रेक्षण नेटवर्क में वृद्धि जारी है। हैदराबाद, नई दिल्ली, नागपुर, पटना और मुंबई में प्रत्येक में पांच डीडब्ल्यूआर को शुरू किया गया है और वेब पर प्रयोक्ताओं के लिए नियमित रूप से उत्पाद उपलब्ध हैं।
https://moes.gov.in/hi/content/atmospheric-observational-networks
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पर्यावरण सूचना प्रणाली अम्ल वर्षा और वायुमंडलीय प्रदूषण I
वायुमंडलीय प्रदूषण प्राकृतिक स्रोत हो सकता है, उदाहरण के ज्वालामुखी विस्फोट के लिए, शब्द आम तौर पर इस तरह के ऊर्जा उत्पादन, अपशिष्ट जलाए जाने, परिवहन, वनों की कटाई और कृषि के रूप में मानव निर्मित प्रक्रियाओं के द्वारा उत्पादों गैसीय का उल्लेख किया जाता है|
http://safar.tropmet.res.in/regionalinterfaces/hindi_1/atmospheric_pollutants.php