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पर्यावरणीय स्थिरता - विकास और संरक्षण.
पर्यावरण की रक्षा, और विकास सुनिश्चित: यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कार्यों का लक्ष्य है स्थिरता पर्यावरण. के कार्यों और घटकों को बनाए रखने में शामिल पारिस्थितिकी तंत्र, sustainably, मानव गतिविधियों के क्षेत्रों के लिए यथार्थवादी हैं I
http://hdxoil.com.br/comunicacao/sustentabilidade-ambiental-desenvolvimento-e-protecao?lang=hi
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भारत में पर्यावरण की समस्या - विकिपीडिया
भारत में पर्यावरण की कई समस्या है। वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, कचरा, और प्राकृतिक पर्यावरण के प्रदूषण भारत के लिए चुनौतियाँ हैं।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3_%E0%A4%95%E0%A5%80_%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE
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पर्यावरण तथा पारिस्थितिक तंत्र संरक्षण की दिशा में - ISRO
पारिस्थितिक तंत्र पारिस्थितिक समुदाय की एक इकाई है, जो जैविक, भौतिक तथा रासायनिक घटकों से निर्मित होती है। भूमध्यरेखीय पारिस्थितिक तंत्र में मौसम, जलवायु तथा कई मानवजन्य प्रभावों के कारण परिवर्तन होता रहता है।
https://www.isro.gov.in/node/2712
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पर्यावरण में स्थिरता के लिए प्रदूषण नियंत्रण जरूरी I
दुर्गापुर के सिटी सेंटर स्थित होटल सभागार में मंगलवार को बंगाल चेंम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री व पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहयोग से ‘औद्योगिक क्षेत्र में वातावरण की स्थिरता’ पर चर्चा सत्र पर चर्चा I
https://www.prabhatkhabar.com/news/asansol/story/1188499.html
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पर्यावरण के लिये कानूनी संरक्षण I
भारतीय चिंतन परम्परा में पर्यावरण से प्रेम जीवन शैली का अभिन्न हिस्सा रहा है। लेकिन, तथाकथित आधुनिकता और उपभोक्तावादी संस्कृति ने पर्यावरण को क्षति पहुँचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पर्यावरण-स्वच्छता की संकल्पना सीधे तौर पर मानवाधिकार से जुड़ी हुई है। ऐसी स्थिति में पर्यावरण के लिये कानून का संरक्षण भी महत्त्वपूर्ण है। कानून के द्वारा पर्यावरण को क्षति पहुँचाने वालों को दंडित किया जा सकता है तथा पीड़ितों को क्षतिपूर्ति भी दिलवाई जा सकती है। भारत में पर्यावरण संरक्षण से सम्बन्धित कानूनों का इतिहास 115 वर्ष पुराना है। इसमें वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, भू-प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण रोकन
https://hindi.indiawaterportal.org/node/55761
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पर्यावरण और स्थिरता I
स्थिरता, जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन और शमन, पर्यावरण न्याय, जैव विविधता, और परिमित भोजन, पानी के लिए बढ़ती मांग और ऊर्जा संसाधनों के मुद्दे अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं हर दिन है।
https://www.bachelorstudies.in/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%85%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AF%E0%
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अच्छे पर्यावरण के लिए जरुरी है कचरा प्रबंधन I
किसी शहर में बेहतर जीवन इस बात पर निर्भर करता है कि उसका पर्यावरण कैसा है। वहां सफाई कैसी है और ठोस कचरा प्रबंधन किस तरह का है।
https://www.msn.com/hi-in/news/up-uttarakhand/%E0%A4%85%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E2%80%8D%E0%A4%9B%E0%A5%87-%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%8F-%E0%A4%9C%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%
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रीसाइक्लिंग और कचरा प्रबंधन के बारे में सकारात्मक तथ्य I
रीसाइक्लिंग एक बहुत ही लाभदायक व्यवसाय है. एल्यूमीनियम, कांच और धातु स्क्रैप असीम पुनर्नवीनीकरण किया जा सकता है. पुनर्नवीनीकरण धातु, कागज और शीशे नए लोगों से सस्ता है. I
http://epsos.de/hi/%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%87%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%97-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A4%9A%E0%A4%B0%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AC%E0%A4%82%E0%A4%A7%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%
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सरकारी पर्यावरण योजनाएं I
सरकारी पर्यावरण योजनाएं I
https://ecoyojana.wordpress.com/category/%E0%A4%B8%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%80-%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3-%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%9C%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%82/page/2/
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पर्यावरण संरक्षण - विकिपीडिया
पर्यावरण शब्द परि+आवरण के संयोग से बना है। 'परि' का आशय चारों ओर तथा 'आवरण' का आशय परिवेश है। दूसरे शब्दों में कहें तो पर्यावरण अर्थात वनस्पतियों ,प्राणियों,और मानव जाति सहित सभी सजीवों और उनके साथ संबंधित भौतिक परिसर को पर्यावरण कहतें हैं I
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3_%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%A3
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सतत विकास लक्ष्य 5 – लैंगिक समानता I
वैसे तो भारत ने प्राइमरी शिक्षा के स्तर पर लैंगिक समानता हासिल कर ली है और शिक्षा के सभी स्तरों में समानता हासिल करने के लिए सही दिशा में बढ़ रहा है, फिर भी अगस्त, 2015 तक संसद में महिलाओं को मिली सीटों का अनुपात सिर्फ 12% रहा, जबकि लक्ष्य 50% का है।
https://in.one.un.org/sustainable-development-goal/sdg-goal-5/
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सतत विकास के लिये जरूरी ढाँचे का उन्नयन I
शहरीकरण एक अवसर है और यह प्राथमिकता भी है। इसलिये सरकार ने दो अन्तर-सम्बन्धित कार्यक्रम शुरू किये हैं- स्मार्ट सिटीज अभियान और अमृत (कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिये अटल मिशन (AMRUT)। स्मार्ट सिटी मिशन का उद्देश्य अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ 100 स्मार्ट शहरों का निर्माण करना है।
https://hindi.indiawaterportal.org/sustainable-urban-infrastructure
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पर्यावरण और सतत विकास पर महात्मा गांधी I
1987 में ब्रुंडलैंड कमीशन रिपोर्ट के सामान्य भविष्य के विचार से बहुत पहले ही महात्मा गांधी ने स्थिरता और सतत विकास के लिए लगातार बढ़ती इच्छाओं और जरूरतों के अधीन आधुनिक सभ्यता के खतरे की ओर ध्यान दिलाया था।
https://www.downtoearth.org.in/hindistory/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A4%A4%E0%A4%A4-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B8-%E0%A4%AA%E0%A4%B0-%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%