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समुद्र विज्ञान - विकिपीडिया
ओशियनोग्राफी वह विज्ञान है जिसमें सागरों तथा महासागरों के हरपहलू का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है। ओशियनोग्राफी में समुद्र, उसके तट, समुद्री शाखाओं से लेकर कोस्टल वाटरऔर समुद्री चट्टानों की गहराई का जायजा लेना होता है।
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समुद्री जीवविज्ञान - विकिपीडिया
समुद्री जीवविज्ञानके अंतर्गत महासागरों, सागरों के अन्दर के एवं उनके तटों के पादप एवं प्राणियों की संरचना, जीवनवृत्त तथा उनकी प्रकृति का अध्ययन किया जाता है।समुद्री जीव दो प्रकार के होते हैं - पौधे तथा प्राणी।अधिक जानने के लिए, आगे पढ़ें।
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समुद्र का विज्ञान ओशॅनोग्राफी I
ओशॅनोग्राफी समुद्र के अनगिनत रहस्यों को समझने, पढ़ने, और शोध करने का बहुआयामी तरीका है। समुद्री पर्यावरण के क्षेत्र में अध्ययन तथा अनुसंधान करने वाले विद्यार्थियों के लिए ओशॅनोग्राफी करियर के रूप में उभरा है।
https://hindi.indiawaterportal.org/node/38478
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समुद्र विज्ञान और समुद्री जीवविज्ञान के बीच मतभेद I
समुद्री जीव विज्ञान और महासागरीय वस्तुएं समुद्र के अध्ययन की सिर्फ दो शाखाएं हैं। दोनों मुख्य रूप से कवरेज पर अध्ययन करते हैं जो वे अध्ययन करते हैं। इसलिए, ज्यादातर लोगों द्वारा इन दोनों शाखाओं को अक्सर भ्रमित किया जाता है Iअधिक जानने के लिए, आगे पढ़ें।
https://hi.esdifferent.com/differences-between-oceanography-and-marine-biology
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समुद्र की असीम गहराई तक पहुंचा चीन I
चीन ने समुद्र की गहराइयों में बड़ी सफलता हासिल की. चीन की पनडुब्बी पहली बार समुद्र के भीतर 4,027 मीटर की गहराई तक पहुंची. सफल परीक्षण से उत्साहित चीन को उम्मीद है कि समुद्र से उसे संपदा मिलेगी I
https://www.dw.com/hi/%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%85%E0%A4%B8%E0%A5%80%E0%A4%AE-%E0%A4%97%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%88-%E0%A4%A4%E0%A4%95-%E0%A4%AA%E0%A4%B9%E0%A5%81%E0%A4%82%E0%A4%9A%E0%A4%BE-%E
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अरब सागर की नम हवा ने बदला भारत में मौसम का मिजाज I
अरब सागर में मौजूद चक्रवात 'वायु' उत्तर-भारत की तरफ नम हवाएं भेज रहा है. इस कारण दिल्ली समेत उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के मौसम में तब्दीली हुई है.I
https://aajtak.intoday.in/story/winds-of-the-arabian-sea-changed-weather-north-western-india-delhi-weather-1-1093300.html
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भारत के दक्षिण – पश्चिम में कौन सा सागर है।
भारत पश्चिम, पूर्व तथा उत्तर से देशों से घिरा हुआ है, तथा एक ओर सिर्फ पानी ही पानी यानी समुन्द्र है। भारत में खासकर दक्षिणी छोर पर समुन्द्र हैं। इन समुन्द्रों के कारण भारत अपनी जलीय सीमाऐ भी कुछ देशों के साथ साझा करती है।
https://www.findforgk.com/bharat-dakshn-pakshan-sagar-naam/
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महाराणा प्रताप सागर - विकिपीडिया
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के शिवालिक पहाड़ियों के आर्द्र भूमि पर ब्यास नदी पर बाँध बनाकर एक जलाशय का निर्माण किया गया है जिसे महाराणा प्रताप सागर नाम दिया गया है। इसे पौंग जलाशय या पौंग बांध के नाम से भी जाना जाता है।
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A3%E0%A4%BE_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%AA_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%97%E0%A4%B0
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दुनिया के महासागरों में हर दिन 9 करोड़ 20 लाख किलोग्राम कचरा फेंक रहे हैं हम?
: कुल कचरे में करीब 24 लाख सिगरेट बट मिले हैं। अगर इन्हें एक साथ रखा जाए तो यह 42.195 किलोमीटर की दूरी तक फैल जाएंगे, जितने में ओलिंपिक मैराथन दौड़ हो जाए।
https://navbharattimes.indiatimes.com/world/science-news/we-are-dumping-9-2-million-of-trash-in-every-24-hours-into-the-worlds-ocean/articleshow/65319556.cms
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अधिकतर महासागरों का बदल जाएगा रंग, जानिए क्या है वजह i
एमआईटी के अध्ययन में पाया गया है कि दुनिया के 50 फीसद से अधिक महासागरों का रंग जलवायु परिर्वतन के कारण वर्ष 2100 तक बदल जाएगा. नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार जलवायु परिवर्तन से दुनिया के महासागरों के सूक्ष्म पादपों में अहम बदलाव हो रहे हैं I
https://zeenews.india.com/hindi/science/surface-ocean-will-change-colour-by-century-end-study/495883
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ऐसे बढ़ी दुनिया के महासागरों में ऑक्सीजन I
क्या आप जानते हैं कि दुनिया के महासागरों में ऑक्सीजन बढ़ने का कारण क्या है?अध्ययन से पता चला है कि करीब पांच करोड़ साल पहले आज के भारतीय उप-महाद्वीप का भू-भाग एशिया से टकराया था।
https://sanmarg.in/world/%E0%A4%90%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%AC%E0%A4%A2%E0%A4%BC%E0%A5%80-%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%97/