टेस्ट्युडिनिडी (Testudinidae) परिवार के भूमि पर रहने वाले, कछुए, धीमी गति वाले, हड्डीदार सरीसृप हैं। शत्रुओं से बचाव के लिये कवच इनकी विशिष्ट पहचान है। कछुए मुख्यतः शाकाहारी होते हैं, हालांकि कुछ सर्व-भक्षी प्रजातियाँ भी हैं।
जयपुर। पृथ्वी पर वर्तमान में कितनी किल्लत आ रही ये सब मंजर अपनी आखों के सामने है और इसके जिम्मेदार भी हम ही है। जिन्होंने इस तरह की नौबत को बुलावा दिया है। और आज उसका भुगतान कर रहे है। लेकिन प्रकृती अपना संतुलन ज्लदी से नहीं बिगड़ने देती है। इसकी अगर किसी एक कड़ी में कोई समस्या आती है तो ये तुरंत उसकी पूर्ति करने में लग जाती है। और कई जीव ऐसे होते है जो हर स्थिती में अपने आपको ढाल लेते है प्रकृति को इससे काफी मदद मिलती है।
जयपुर। पृथ्वी पर वर्तमान में कितनी किल्लत आ रही ये सब मंजर अपनी आखों के सामने है और इसके जिम्मेदार भी हम ही है। जिन्होंने इस तरह की नौबत को बुलावा दिया है। और आज उसका भुगतान कर रहे है। लेकिन प्रकृती अपना संतुलन ज्लदी से नहीं बिगड़ने देती है। इसकी अगर किसी एक कड़ी में कोई समस्या आती है तो ये तुरंत उसकी पूर्ति करने में लग जाती है। और कई जीव ऐसे होते है जो हर स्थिती में अपने आपको ढाल लेते है प्रकृति को इससे काफी मदद मिलती है।