बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्स आने शुरू हो गए हैं। ऐसे में 12वीं पास करने के बाद छात्र किसी कोर्स में आगे की पढ़ाई करें, इसको लेकर उनमें मन में असमंजस की स्थिति रहती है।
क्या आपको अपना घर, ऑफिस आदि सझाने में अच्छा लगता है? अगर ऐसा है तो आप अपने इस कौशल को अपने बेहतर करियर के लिए चुन सकते हैं। हम बात कर रहे हैं इंटीनियर डिजाइनिंग की। जी हां आप इंटीरियर डिज़ाइनर बन सकते हैं।
जिस तरह घर के दूसरे पार्ट के इंटीरियर की तारीफ आपके जानने वाले करते हैं, वैसी ही तारीफ आपके किचेन को भी मिल सकती है। बस इसके लिए आपको किचेन बनवाते वक्त कुछ जरूरी बातों का ध्यान...
अपने अपार्टमेंट में सबसे ज्यादा मरम्मत कैसे करें? ऐसा करने के लिए, सभी बारीकियों को ध्यान में रखते हुए, एक डिजाइन प्रोजेक्ट अपार्टमेंट अपने हाथों से बनाएं। यह बहुत सुविधाजनक है, क्योंकि आप जिस तरह से चाहते हैं सब कुछ कर सकते हैं।
बड़े शहरों मेंं छोटे घरों का चलन बढ़ रहा है, इसलिए कि बड़े घर खरीदना सबके वश की बात नहीं। मगर जब घर की साज-सज्जा करने की बात आती है तो अक्सर लोग बड़े घरों की साज-सज्जा की नकल करते हैं। बड़ी मेजें, सजावट की भारी वस्तुएं और रौशनी के आधुनिक उपकरण ही जेहन में घूमते रहते हैं।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्स आने शुरू हो गए हैं। ऐसे में 12वीं पास करने के बाद छात्र किसी कोर्स में आगे की पढ़ाई करें, इसको लेकर उनमें मन में असमंजस की स्थिति रहती है।
क्या आपको अपना घर, ऑफिस आदि सझाने में अच्छा लगता है? अगर ऐसा है तो आप अपने इस कौशल को अपने बेहतर करियर के लिए चुन सकते हैं। हम बात कर रहे हैं इंटीनियर डिजाइनिंग की। जी हां आप इंटीरियर डिज़ाइनर बन सकते हैं।
जिस तरह घर के दूसरे पार्ट के इंटीरियर की तारीफ आपके जानने वाले करते हैं, वैसी ही तारीफ आपके किचेन को भी मिल सकती है। बस इसके लिए आपको किचेन बनवाते वक्त कुछ जरूरी बातों का ध्यान...
अपने अपार्टमेंट में सबसे ज्यादा मरम्मत कैसे करें? ऐसा करने के लिए, सभी बारीकियों को ध्यान में रखते हुए, एक डिजाइन प्रोजेक्ट अपार्टमेंट अपने हाथों से बनाएं। यह बहुत सुविधाजनक है, क्योंकि आप जिस तरह से चाहते हैं सब कुछ कर सकते हैं।
बड़े शहरों मेंं छोटे घरों का चलन बढ़ रहा है, इसलिए कि बड़े घर खरीदना सबके वश की बात नहीं। मगर जब घर की साज-सज्जा करने की बात आती है तो अक्सर लोग बड़े घरों की साज-सज्जा की नकल करते हैं। बड़ी मेजें, सजावट की भारी वस्तुएं और रौशनी के आधुनिक उपकरण ही जेहन में घूमते रहते हैं।